Friday, 8 December 2017

बज्जिका वसंत - हरिनारायण सिंह के गज़ल कवि-परिचय के साथ

   हम्मर   गाँव
    कवि- हरिनारायण सिंहहरि



सुन्दर चहकत सोन चिरइयाँ जइसन हम्मर गाँव ।
चारो बगली खुलल मड़इया  जइसन हम्मर गाँव ।

अबहू तक शहरी परदूषण से ई दूर, बचल      है,
मुक्त पवन में उड़े गोरइया    जइसन  हम्मर  गाँव।

एक्कर वासी में अबहू तक शील- सुभाव बचल है,
बाबा-बाबू-चच्चा-भइया      जइसन हम्मर गाँव  ।

गंगा मइया में घुसिआकऽ,अँचरा में  मुँह    देले  ,
दूध पियेला आतुर भइया   जइसन हम्मर   गाँव।

बिजली-रोड न है तऽ की, ईमान-धरम बच्चल  है,
फैशन-रहित देहाती मइया जइसन   हम्मर गाँव  ।

तोहर शहर क्रीम-पाउडर के तह-पर-तह  चिपकैले,
नेह-लाज से भरल बहुरिया जइसन हम्मर  गाँव  ।

बाहर से थक-हार अकिंचन बन जब घर  में अइली,
नेह-छोह से भरल  मेहरिया जइसन हम्मर गाँव।
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कवि- हरिनारायण 'हरि'
संपर्क :जौनापुर, मोहीउद्दीननगर, समस्तीपुर -848501
प्रतिक्रिया इस ईमेल आइडी पर दें- hemtndas_2001@yahoo.com
                            

हरिनारायण सिंह'हरि' :एक परिचय
  
    मूल नाम -हरिनारायण सिंह
    जन्म       - 2 जनवरी, सन्  1958
    ग्राम - जौनापुर  (राजपुर ),जिला -समस्तीपुर ,
             बिहार ।पिन - 848501
    शिक्षा --राजनीति विज्ञान में एम ए, हिन्दी में विशेष रुचि ।
    लेखन--हिन्दी व बज्जिका में 
    प्रकाशित  कृतियाँ -- 
   * चक्रव्यूह  (खंडकाव्य ),
   * मन नहीं थिर आजकल (कविताएँ), 
   * यथार्थ के धरातल पर  (संपादित काव्यसंकलन ) 
   * रक्तबीज  (संपादित लघुकथा संकलन )
   *शताधिक संकलनों  व पत्रिकाओं में कविताएँ,   लघुकथाएँ ,आलेख  व समीक्षाएं प्रकाशित । 
   * कविताओं, लघुकथाओं एवं आलेखों की  कई पांडुलिपियां प्रकाशन की प्रतीक्षा में ।
*आकाशवाणी,दूरदर्शन व टीवी चैनलों से भी प्रसारण ।
* साहित्य परिषद, मोहीउद्दीननगर  (समस्तीपुर )के संस्थापक व वर्त्तमान सचिव ।
*कई  साहित्यिक  संस्थाओं द्वारा सम्मानित  ।
*संप्रति केएसएस कालेज, मोहीउद्दीननगर  (समस्तीपुर )में विभागाध्यक्ष (राजनीति विज्ञान )के पद पर कार्यरत ।
सम्पर्क -जौनापुर, मोहीउद्दीननगर, समस्तीपुर, बिहार 
मोबाइल -919771984355,  
ई-मेल--hindustanmohanpur@gmail.com 


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