पावस गीत
(मुख्य पेज देखिए- https://bejodindia.blogspot.com/ हर 12 घंटों पर जरूर देखें- FB+ Watch Bejod India)
पिया रिमझिम फुहार, जइसे अकेल्ले में तोहर दुलार!
अरे, साओन के बरसा सरसावे जिया
रात आबे नऽ काहे तरसावे पिया
चाही बरसा में बालम के बहियाँ सिंगार ।
पिया रिमझिम फुहार, जइसे अकेल्ले में तोहर दुलार!
ठेहुना भर पानी आ पसरल है कादो
अखनी तऽ बचले है भर माह भादो
आ काहे भींजइछऽ लऽ धोती सँभार ।
आ काहे भींजइछऽ लऽ धोती सँभार ।
पिया रिमझिम फुहार, जइसे अकेल्ले में तोहर दुलार!
घट्टा दुपट्टा में हम्मर ई मुखड़ा
केकरा से कहूं ई भित्तर के दुखड़ा
सुन जाएत गोतिया, पड़ोसी जेवार ।
पिया रिमझिम फुहार, जइसे अकेल्ले में तोहर दुलार!
...
कवि - हरिनारायण सिंह 'हरि'
प्रतिक्रिया हेतु ईमेल आईडी - editorbejodindia@yahoo.com
प्रतिक्रिया हेतु ईमेल आईडी - editorbejodindia@yahoo.com
![]() |
(चित्र - साभार गूगल (बरसात का मौलिक चित्र भेजिए अपने नाम के साथ - editorbejodindia@yahoo.com) |
No comments:
Post a Comment